Friday, September 21, 2012

हाइकू- मन




पिया का घर
अधकचरे रिश्ते
देखे है मन

आँखें शर्मायें
हियरा अकुलाये
आतुर मन

आँखों में तैरें
सतरंगी सपने
व्याकुल मन

पाके अकेली
सखियाँ सहेलींयां
टोहें हैं मन  

पिया की याद
हरदम सताए
झेंपें है मन


11 comments:

  1. बहुत सुंदर हाइकु ...

    मनभावन
    हाइकु में लिखीं हैं
    मन की बातें

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  2. wastav mein mann ke aneko roop..bahut sundar kavyatmak prastuti

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  3. bahut sundar haiku ...!!
    shubhkamnayen ...!!

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  4. सभी के सभी बहुटी सुन्दर है ।

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  5. भावमय करते शब्‍द ...हर भाव नया रंग लिये ..
    आभार

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  6. पिया की याद
    हाइकु लजाये
    दुल्हन सी

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  7. भावमयी बहुत सुंदर हाइकु ...

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  8. ये शर्माना
    आँखें झुकाना
    सहेलियों को संग ले
    पिया की याद में
    आतुर मन
    सतरंगी सपने
    देखना क्या कहूँ मन को झकझोरते भाव सुन्दर नहीं बहुत ही सुन्दर भावमयी बहुत सुंदर हाइकु

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  9. प्रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है।

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  10. मन के विभिन्न रंगों को सजाते हाइकू ...
    मनभावन हैं सभी ...

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  11. मन के अनेक मनोभावों को सहेजे सुन्दर हाइकू .

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