५४ साल लम्बी यादें........उतार चढ़ावों से भरीं, जिसमें बहुत कुछ बीता.....
कुछ फाँस सा असहनीय पीड़ा दे गया ....
कुछ अनायास ही खिल आनेवाली मुस्कराहट का सबब बन गया....
कुछ एक कविता बन मुखरित हो गया...
कुछ , बस यूहीं धूप में छाँव सा ठंडक पहुंचा गया ......
और यादों का यह काफिला , पृष्ट दर पृष्ट पूरा जीवन बन गया
जिसमें गाहे बगाहे, कुछ सुरीले, सुखद क्षण,
.....मेरे हिस्से की धूप बन गए.....
Sunday, September 23, 2012
हाइकू -दिया
छोटासा दीया निस्वार्थता का बिम्ब कहाया सदा नन्हा सा दीया समेट तिमिर को उजाला किया ज़रा सा दीया प्रेम संकेत बन हमेशा जिया माटी का दीया सबल आस बन आंधी से लड़ा प्यारा सा दीया उगा द्वारे हुलास रिझाय लिया
मुकीम भारती छत्तीसगढ़ के कविता के लाइन आपको समर्पित बने बाती सा यह तन मेरा रहे तेल जैसा जीवन मेरा जलू और जग को प्रकाश दूँ दिए जैसा हो जीवन मेरा बलिदान की मेरी डगर यही मांगता हूँ मैं तुझसे वर beautiful lines withgreat feelings
रिझाती हुई ....हुलसाती हुई सुन्दर प्रस्तुति ....!!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर हाइकु ...!!
शब्दों का बेजोड़ समन्वय ..सुन्दर रचना
ReplyDeleteमोम का दिया
ReplyDeleteखुद को मिटा कर
जगमगाया
:-)
बहुत सुन्दर सरस जी.....
सादर
अनु
दिए की लौ से प्रज्ज्वलित दीपशिखा सी रचना , बधाई|
ReplyDeleteमाटी का दीया
ReplyDeleteसबल आस बन
आंधी से लड़ा .....aur jeet bhi gaya .....
मुकीम भारती छत्तीसगढ़ के कविता के लाइन आपको समर्पित
ReplyDeleteबने बाती सा यह तन मेरा
रहे तेल जैसा जीवन मेरा
जलू और जग को प्रकाश दूँ
दिए जैसा हो जीवन मेरा
बलिदान की मेरी डगर
यही मांगता हूँ मैं तुझसे वर
beautiful lines withgreat feelings
बहुत बहुत सुन्दर हाइकु ..आभार..
ReplyDeleteसुंदर हाइकु ....
ReplyDeleteउम्दा हाइकू ..
ReplyDeletewakai ...aapkii prastuti ne rijha liya... bahut sundar haiku likhe hain saras ji!
ReplyDeleteसराहनीय सुंदर हाइकू,,,,
ReplyDeleteRECENT POST समय ठहर उस क्षण,है जाता
सभी बहुत ही सुन्दर लगे।
ReplyDeleteदिया की कहानी बाती की जबानी बड़ी भाई . प्रेम का संकेत ले प्रकाशित करता जग को भले ही मिटटी का बना . बहुत सुन्दर हाइगा .
ReplyDeleteplease spam out previous comment
माटी का दीया
ReplyDeleteसबल आस बन
आंधी से लड़ा ...उससे सीखना हमारा लक्ष्य हो, और प्रतिकूल में अनुकूल जीत हो
सभी हाइकू जबरदस्त ... किसी एक की तारीफ़ दूसरे के साथ नाइंसाफी होगी
ReplyDeleteसादर
माटी का दीया
ReplyDeleteसबल आस बन
आंधी से लड़ा
...बहुत खूब! सभी हाइकु लाज़वाब...
माटी का दीया
ReplyDeleteसबल आस बन
आंधी से लड़ा
बढ़िया हाइकु ।