यह हथेलियाँ...सच्ची हमदर्द
होती हैं
बिना कहे हर
बात जान लेती
हैं
हर आह...हर
सिसकी घुल जाती
है इन लकीरों
में
जब थके चेहरे
को ...वजूद से
अपने ढाँप लेती
हैं -
दुखते रहते जब
थकी पलकों के
फाये हैं -
नर्म गदेलियों से हर
दर्द वह सोख
लेती हैं -
दर्द हजारों जो पपोटों
में छिपे बैठे
हैं -
उन्हें टूटकर बहने को
ज़मीं देती हैं
-
जग की रुसवाइयां जब
हद से गुज़र
जाती हैं
हिचकियों को वह
आँचल में भींच
लेती हैं
या परास्त, थकी किस्मत
की लकीरों को
फिरसे सहलाकर ..जीने की
दिशा देती हैं-
सिर्फ ऐसा नहीं
की दुःख ही
वह साझा करतीं
हर ख़ुशी में
भी साथ देती
हैं
शर्म से लाल
हो गए गालों
को
मोहब्बत भरी आगोश
में पनाह देती
हैं ...!!!!
हथेली और उनकी लकीरें बहुत कुछ कहती हैं , कितनी सहजता से इसके साथ को आपने दर्शाया है ... .... सुंदर रचना ।
ReplyDeleteदर्द हजारों जो पपोटों में छिपे बैठे हैं -
ReplyDeleteउन्हें टूटकर बहने को ज़मीं देती हैं -
sundar bhaav ...dard bhi aur khushi ke bhii ...
शर्म से लाल हो गए गालों को
मोहब्बत भरी आगोश में पनाह देती हैं ...!!!!
bahut sundar rachna saras ji ...
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ.
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर रचना..
ReplyDeleteबेहतरीन....
:-)
सच में सच्ची हमदर्द होती है, हथेलियाँ...बहुत सुन्दर कविता
ReplyDeleteबेहतरीन....
ReplyDeleteBehad sundar bhav!Mere bhi blogpe zaroor yayen!
ReplyDeleteहथेलियाँ संबल भी समेटे हैं और प्रेम भी
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत.
हथेलियाँ ही हाथों-हाथ रखती हैं, ज़िन्दगी की हरेक बात रखती हैं !
ReplyDeleteयह हथेलियाँ...सच्ची हमदर्द होती हैं
ReplyDeleteबिना कहे हर बात जान लेती हैं
हर आह...हर सिसकी घुल जाती है इन लकीरों में
जब थके चेहरे को ...वजूद से अपने ढाँप लेती हैं -
....बिल्कुल सच..बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...
बहुत खूब ... येहठेलियाँ कितना कुछ साझा कर लेती हैं ...
ReplyDeleteउम्दा प्रस्तुति ...
बहुत सुन्दर।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...
ReplyDeletelatest post जिज्ञासा ! जिज्ञासा !! जिज्ञासा !!!
सिर्फ ऐसा नहीं की दुःख ही वह साझा करतीं
ReplyDeleteहर ख़ुशी में भी साथ देती हैं
शर्म से लाल हो गए गालों को
मोहब्बत भरी आगोश में पनाह देती हैं
आपने ज़िन्दगी को समेट दिया हथेली की लकीरों में और सार्थकता दे दी जीवन को नए रंगों से भर दिया प्रेरक पोस्ट के लिए बधाई
शर्म से लाल हो गए गालों को
ReplyDeleteमोहब्बत भरी आगोश में पनाह देती हैं!
मोहब्बत बहुत हौसला देती है. हथेलियाँ उस मोहब्बत का पैगाम प्रेषित करने का जरिया बनती है.
बहुत सुन्दर भाव ...
ReplyDeleteहथेलियाँ एक हमसफ़र के रूप में हर दफे साथ देती है....
वाह.सुन्दर प्रभावशाली ,भावपूर्ण .बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteवाकई में ...
ReplyDeleteमंगलकामनाएं !
खूबसूरत अंदाजे बयाँ
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