मेरे हिस्से की धूप

५४ साल लम्बी यादें........उतार चढ़ावों से भरीं, जिसमें बहुत कुछ बीता..... कुछ फाँस सा असहनीय पीड़ा दे गया .... कुछ अनायास ही खिल आनेवाली मुस्कराहट का सबब बन गया.... कुछ एक कविता बन मुखरित हो गया... कुछ , बस यूहीं धूप में छाँव सा ठंडक पहुंचा गया ...... और यादों का यह काफिला , पृष्ट दर पृष्ट पूरा जीवन बन गया जिसमें गाहे बगाहे, कुछ सुरीले, सुखद क्षण, .....मेरे हिस्से की धूप बन गए.....

Friday, April 5, 2024

एक अनूठी फ़िल्म- 'नज़र अंदाज़'.

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37° C, तापमान से बचने के लिये,, कमरे के परदे खींचे, A.C. चलाया और ओटीटी  प्लेटफार्म पर कोई फ़िल्म खोजने लगे. इत्तेफ़ाक़ से एक फ़िल्म का ट्रेलर च...
Saturday, April 1, 2023

हमख्याल

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 हमखायाल कौन होता है. वह जिससें हमारी सोच हमारे ख्याल मिलते हैं वह जिससें हम दिल खोलकर बात कर सकते हैं. वह जिससे कोई पर्दादारी नहीं होती. अक...
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Sunday, January 1, 2023

मंगलामुखी – एक उजास ...!

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मंगलामुखी – एक उजास ...! डॉ॰लता अग्रवाल का उपन्यास हाथों में है। किन्नरों पर आधारित इस उपन्यास की प्रस्तावना पढ़ी, जिसमें पायल फाउंडेशन की डा...
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Saturday, December 17, 2022

मॉर्निंग वॉक – बाल हठ

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मैया मैं तो चाँद खिलौना लैहौं । अब बताइये मैया चाँद कहाँ से लाकर दे। लेकिन नन्हें कृष्ण ने तो ज़िद ठान ली। यानि कि बालहठ की समस्या , द्वापर य...
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Tuesday, July 27, 2021

बाजारवाद

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  यह कोई ४५ , ४६ , वर्ष पुराना किस्सा है. हमारी माँ के बाल बहुत झड रहे थे. उन्हें किसी ने सलाह  दी , कि  फलां आयुर्वेदिक तेल गिरते केशों के ...
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Thursday, June 10, 2021

दृष्टि, ईश्वर की सबसे अनमोल देन...!

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कुछ दिन पहले एक फिल्म देखी थी। दृष्टिहीन बेटी , ब्रैल में कुछ पढ़ रही है। तभी माँ बेटी के कमरे में प्रवेश करती है , और उसे पढ़ता देख लौटने ल...
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Tuesday, June 1, 2021

'स्वर्ग का अंतिम उतार',

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प्रसिद्ध कथाकार लक्ष्मी शर्मा जी   का एक बेहतरीन उपन्यास , जो अंतिम पन्ने पर पहुँचकर ही छूटता है।   एक गरीब किसान का बेटा छिगन ,  जिसे   दो ...
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